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ज्योतिष में कौन सा ग्रह तय करता है लव मैरिज

ज्योतिष में कौन सा ग्रह तय करता है लव मैरिज

✏️ Written by PhD. Meera Desai · Experience: 15 years · ★★★★★
Channeling planetary energy for holistic healing with Reiki.

कौन सा ग्रह तय करता है प्रेम विवाह?

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति किसी व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करती है। प्रेम विवाह भी उनमें से एक है। किसी व्यक्ति का प्रेम विवाह संभव है या नहीं, यह मुख्य रूप से कुछ विशेष ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है। इस लेख में हम जानेंगे कि कौन सा ग्रह प्रेम विवाह को प्रभावित करता है और आप Duastro Astrology की मदद से अपनी जन्म कुंडली का मुफ्त विश्लेषण कैसे कर सकते हैं।

प्रेम विवाह के लिए मुख्य ग्रह

प्रेम विवाह से संबंधित ग्रहों में शुक्र और बुध का विशेष महत्व है।

  • शुक्र: प्रेम, विवाह और रोमांटिक संबंधों का कारक ग्रह शुक्र है। यदि शुक्र की स्थिति कुंडली में शुभ हो, तो प्रेम विवाह की संभावना अधिक होती है।
  • बुध: बुध बुधमति और संवाद का ग्रह है। अच्छे संचार और समझ से प्रेम संबंधों में स्थिरता आती है।
  • चंद्रमा: चंद्रमा मन, भावनाओं और संवेदनशीलता का प्रतीक है। चंद्रमा की अच्छी स्थिति प्रेम संबंधों में स्थायित्व लाती है।

कुंडली में प्रेम विवाह के संकेत

कुंडली में कुछ विशेष स्थितियाँ और ग्रहों की युति यह संकेत देती है कि व्यक्ति का विवाह प्रेम विवाह के रूप में हो सकता है। उदाहरण के लिए:

  • 7वें भाव में शुक्र की शुभ स्थिति।
  • मंगल दोष न होना।
  • चंद्रमा और शुक्र का अच्छा दृष्टि संबंध।
  • सूर्य और चंद्रमा का सामंजस्यपूर्ण संयोजन।

Duastro Astrology से फ्री कुंडली और भविष्यवाणी

यदि आप जानना चाहते हैं कि आपकी जन्म कुंडली में प्रेम विवाह की संभावना कितनी है और कौन से ग्रह इसका निर्णय कर रहे हैं, तो आप Duastro फ्री कुंडली का उपयोग कर सकते हैं। यहां आपको जन्म कुंडली का विस्तृत विश्लेषण, ग्रहों की स्थिति और उनके जीवन पर प्रभाव की जानकारी मुफ्त में मिलेगी।

Duastro फ्री कुंडली की विशेषताएँ

  • जन्म कुंडली का सरल और विस्तृत विश्लेषण।
  • प्रेम और विवाह संबंधी भविष्यवाणियाँ।
  • ग्रहों की स्थिति और उनके जीवन पर प्रभाव।
  • सटीक ज्योतिषीय मार्गदर्शन और उपाय।

प्रेम विवाह के लिए उपाय

ज्योतिष के अनुसार, यदि ग्रहों की स्थिति ठीक न हो तो कुछ उपाय किए जा सकते हैं जिससे प्रेम विवाह की संभावना बढ़ सकती है। जैसे:

  • शुक्र ग्रह की शांति के लिए हरी मूंगा या नीलम धारण करना।
  • सप्ताह के शुक्रवार को गुलाब के फूल चढ़ाना।
  • दूसरों के साथ संवाद में स्पष्टता और सहानुभूति बनाए रखना।
  • वास्तु और सकारात्मक ऊर्जा के अनुसार घर में बदलाव करना।

निष्कर्ष

ज्योतिष शास्त्र में प्रेम विवाह का निर्णय मुख्य रूप से शुक्र, बुध और चंद्रमा ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है। यदि ये ग्रह कुंडली में शुभ स्थिति में हों, तो प्रेम विवाह की संभावना अधिक होती है। अगर आप अपनी जन्म कुंडली का विस्तृत विश्लेषण चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि आपकी कुंडली में प्रेम विवाह संभव है या नहीं, तो Duastro फ्री कुंडली आपके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प है। यह आपको सही मार्गदर्शन और सटीक भविष्यवाणी प्रदान करता है।

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