Understand Your Free Kundli

परिवर्तिनी एकादशी 2025 – तिथि, समय, पूजा विधि और व्रत कथा

परिवर्तिनी एकादशी 2025 – तिथि, समय, पूजा विधि और व्रत कथा

✏️ Written by PhD. Meera Desai · Experience: 15 years · ★★★★★
Channeling planetary energy for holistic healing with Reiki.

परिवर्तिनी एकादशी 2025: तिथि, समय, पूजा विधि और व्रत कथा

परिवर्तिनी एकादशी हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है। यह एकादशी जीवन में नकारात्मक ऊर्जा और पाप को समाप्त करने तथा सुख, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति के लिए मानी जाती है। इस ब्लॉग में हम परिवर्तिनी एकादशी 2025 की तिथि, समय, पूजा विधि, व्रत कथा और इसका महत्व विस्तार से बताएंगे। साथ ही, आप Duastro Astrology Prediction की मदद से अपने ग्रहों और राशि के अनुसार मुफ्त और विस्तृत ज्योतिषीय मार्गदर्शन भी प्राप्त कर सकते हैं।

परिवर्तिनी एकादशी 2025 की तिथि और समय

परिवर्तिनी एकादशी प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। 2025 में यह एकादशी विशेष रूप से 29 सितंबर को होगी।

  • एकादशी तिथि प्रारंभ: 29 सितंबर 2025, सुबह 6:00 बजे
  • एकादशी समाप्ति: 30 सितंबर 2025, सुबह 5:00 बजे
इस दिन व्रती सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करके व्रत प्रारंभ करते हैं और पूरे दिन निर्जला या अन्न व्रत का पालन करते हैं।

परिवर्तिनी एकादशी व्रत का महत्व

परिवर्तिनी एकादशी व्रत मुख्य रूप से पापों और कष्टों से मुक्ति दिलाने के लिए माना जाता है। इसे करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

  • मन और आत्मा की शुद्धि होती है।
  • व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सफलता मिलती है।
  • संतान सुख और परिवार में सौहार्द बढ़ता है।
  • व्रत करने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

परिवर्तिनी एकादशी पूजा विधि

इस दिन व्रतियों को भगवान विष्णु की विशेष पूजा करनी चाहिए। पूजा विधि इस प्रकार है:

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
  • व्रती भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए धूप, दीप और नैवेद्य चढ़ाएं।
  • व्रत कथा का पाठ करें और भगवान से अपने जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करें।
  • दिनभर व्रती निर्जला व्रत रखते हैं या हल्का अन्न ग्रहण करते हैं।
  • रात्रि को भगवान विष्णु और श्रीहरि का ध्यान कर व्रत समाप्त करें।

परिवर्तिनी एकादशी व्रत कथा

परिवर्तिनी एकादशी की कथा एक राजा और उसकी पत्नी के जीवन परिवर्तन पर आधारित है। राजा ने अनेक पाप किए और दुखी जीवन जी रहा था। उसकी पत्नी ने भगवान विष्णु के प्रति निष्ठा रखते हुए व्रत किया और राजा का हृदय बदल गया। इस कथा से यह सिखने को मिलता है कि ईमानदारी, भक्ति और सही मार्गदर्शन से जीवन में परिवर्तन संभव है।

व्रत का लाभ

व्रत करने से न केवल पापों से मुक्ति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आते हैं। मुख्य लाभ:

  • आध्यात्मिक शक्ति और मानसिक शांति बढ़ती है।
  • कष्ट और दुखों से मुक्ति मिलती है।
  • घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
  • भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

Duastro Astrology Prediction – मुफ्त और विस्तृत मार्गदर्शन

अगर आप अपनी जन्मकुंडली और ग्रहों के अनुसार इस व्रत का अधिक लाभ उठाना चाहते हैं, तो Duastro Astrology Prediction एक मुफ़्त और विस्तृत प्लेटफ़ॉर्म है।

  • जन्मतिथि, समय और स्थान के आधार पर व्यक्तिगत कुंडली तैयार होती है।
  • राशि और ग्रहों के अनुसार शुभ व्रत और पूजा की जानकारी मिलती है।
  • व्यक्तिगत जीवन, करियर, धन और स्वास्थ्य के लिए उपाय और मार्गदर्शन प्राप्त होता है।

कैसे करें व्रत का सही पालन

सप्ताहिक या मासिक व्रतों का सही पालन जीवन में अच्छे परिणाम लाता है।

  • साफ-सुथरे स्थान पर पूजा करें और मन को एकाग्र रखें।
  • व्रत का पालन पूरी निष्ठा से करें।
  • भक्ति, दान और सेवा का महत्व समझें।
  • Duastro की मुफ्त कुंडली रिपोर्ट से सही समय और उपाय का मार्गदर्शन प्राप्त करें।

निष्कर्ष

परिवर्तिनी एकादशी 2025 का व्रत करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। व्रत का पालन विधिपूर्वक करना, पूजा और कथा सुनना अत्यंत लाभकारी है। Duastro की मुफ्त कुंडली रिपोर्ट के माध्यम से आप अपने ग्रहों और राशि के अनुसार व्रत का अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह न केवल आध्यात्मिक बल बढ़ाता है बल्कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी लाता है।

Google Logo
2000+ reviews
Rated 4.6 on Google - Check on Google
✅ Delivered over 600,000 positive kundli reports to happy users
⭐ Rated 4.8/5 by 45,000 users