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नवग्रह – आकाशीय ग्रहों का प्रभाव और ज्योतिषीय महत्व | Navagrahas

नवग्रह – आकाशीय ग्रहों का प्रभाव और ज्योतिषीय महत्व | Navagrahas

✏️ Written by PhD. Meera Desai · Experience: 15 years · ★★★★★
Channeling planetary energy for holistic healing with Reiki.

नवग्रह: महत्व, लाभ, मंत्र, पूजा और उपाय

हिंदू ज्योतिष में नवग्रह या नौ ग्रहों का विशेष स्थान है। ये केवल खगोलीय पिंड नहीं हैं, बल्कि मानव जीवन और आध्यात्मिकता से गहराई से जुड़े हुए हैं। प्रत्येक ग्रह का जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अद्वितीय प्रभाव होता है, जैसे स्वास्थ्य, धन, करियर, विवाह और मानसिक स्थिति। इस लेख में हम नवग्रहों के महत्व, लाभ, मंत्र, पूजा विधि और उपायों की जानकारी विस्तार से देंगे।

नवग्रहों का महत्व

नवग्रहों में सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु शामिल हैं। इनका प्रभाव हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र पर पड़ता है। जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति से यह ज्ञात होता है कि व्यक्ति के जीवन में कौन-से क्षेत्र में सफलता या बाधाएँ आएंगी।

  • सूर्य: स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता।
  • चंद्रमा: मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और परिवार।
  • मंगल: साहस, ऊर्जा और कार्यक्षमता।
  • बुध: बुद्धि, संचार और शिक्षा।
  • गुरु: ज्ञान, भाग्य और आध्यात्मिक उन्नति।
  • शुक्र: प्रेम, विवाह और सौंदर्य।
  • शनि: अनुशासन, धैर्य और कर्म सुधार।
  • राहु: महत्वाकांक्षा, व्यवसाय और समाज में प्रभाव।
  • केतु: आध्यात्मिक साधना, ध्यान और मोक्ष की ओर मार्ग।

नवग्रहों के लाभ

  • सकारात्मक ग्रह प्रभाव जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाते हैं।
  • अशुभ ग्रहों के प्रभाव को कम करने से रोग, तनाव और बाधाएं दूर होती हैं।
  • सही उपाय और पूजा से करियर, विवाह और धन में सफलता प्राप्त होती है।
  • मन, शरीर और आत्मा का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।

नवग्रह मंत्र और पूजा

नवग्रहों के लाभ पाने के लिए नियमित मंत्र जाप और पूजा अत्यंत महत्वपूर्ण है।

  • सूर्य मंत्र: "ॐ आदित्याय नमः"
  • चंद्र मंत्र: "ॐ सोमाय नमः"
  • मंगल मंत्र: "ॐ अंगारकाय नमः"
  • बुध मंत्र: "ॐ बुधाय नमः"
  • गुरु मंत्र: "ॐ गुरवे नमः"
  • शुक्र मंत्र: "ॐ शुक्राय नमः"
  • शनि मंत्र: "ॐ शं शनैश्चराय नमः"
  • राहु मंत्र: "ॐ राहवे नमः"
  • केतु मंत्र: "ॐ केतवे नमः"

प्रत्येक ग्रह के लिए विशेष पूजा, दान और हवन के उपाय बताए गए हैं। उदाहरण के लिए, शनि ग्रह के लिए तिल का दान और शनिवार को पूजा शुभ मानी जाती है।

नवग्रहों के उपाय

  • अशुभ ग्रह प्रभाव से बचने के लिए रत्न धारण करना।
  • सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए नियमित पूजा और मंत्र जाप।
  • दान और सेवा के माध्यम से ग्रह दोष निवारण।
  • सही दिशा और समय का पालन।

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निष्कर्ष

नवग्रह केवल खगोलीय पिंड नहीं हैं, बल्कि ये हमारे जीवन के मार्गदर्शक और हमारे कर्मों के परिणामों के संकेतक हैं। इनका सही ज्ञान और उपाय जीवन में सुख, शांति, स्वास्थ्य, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति लाने में मदद करता है।

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