घर में हनुमान जी की मूर्ति लगाने का सर्वोत्तम स्थान और सकारात्मक ऊर्जा के लिए वास्तु टिप्स
हनुमान जी की पूजा और उनके घर में स्थान को लेकर वास्तु शास्त्र में विशेष निर्देश दिए गए हैं। सही दिशा और स्थान पर हनुमान जी की मूर्ति रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और मनोबल, स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि होती है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि घर में हनुमान जी की मूर्ति लगाने का सर्वोत्तम स्थान कौन सा है और साथ ही Duastro फ्री कुंडली से आप अपने ग्रहों और राशि अनुसार मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
हनुमान जी की मूर्ति लगाने के लाभ
- घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश और सकारात्मक ऊर्जा का संचार
- साहस, मानसिक शक्ति और आत्मविश्वास में वृद्धि
- संकटों और बाधाओं से मुक्ति
- शांति और सामंजस्यपूर्ण वातावरण का निर्माण
वास्तु अनुसार हनुमान जी की मूर्ति लगाने के सर्वोत्तम स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार हनुमान जी की मूर्ति का सही स्थान चुनना अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं मुख्य दिशाओं और स्थानों के बारे में:
1. उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा
उत्तर-पूर्व दिशा को वास्तु में शुभ माना जाता है। इस दिशा में हनुमान जी की मूर्ति रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और मन की शांति मिलती है। पूजा स्थल में उत्तर-पूर्व दिशा में मूर्ति स्थापित करना सबसे उत्तम माना जाता है।
2. पूर्व दिशा
पूर्व दिशा भी हनुमान जी की पूजा के लिए शुभ मानी जाती है। इस दिशा में मूर्ति रखने से ज्ञान और विवेक का विकास होता है। सुबह के समय सूर्य की किरणें हनुमान जी की मूर्ति पर पड़ें, तो ऊर्जा और भी अधिक बढ़ती है।
3. उत्तर-पश्चिम दिशा से बचें
उत्तर-पश्चिम दिशा में हनुमान जी की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। इस दिशा में मूर्ति रखने से घर में उथल-पुथल या अस्थिरता उत्पन्न हो सकती है।
4. प्रवेश द्वार के पास या कमरों में उचित स्थान
हनुमान जी की मूर्ति को सीधे घर के मुख्य द्वार के सामने नहीं रखना चाहिए। इसे पूजा घर या किसी शांत कमरे में उत्तर या पूर्व दिशा में स्थापित करना सर्वोत्तम है। इससे घर में सकारात्मक वातावरण और सुरक्षा का अनुभव होता है।
हनुमान जी की मूर्ति रखने के कुछ अन्य सुझाव
- मूर्ति को साफ और पवित्र स्थान पर रखें।
- हनुमान जी के सामने दीपक और अगरबत्ती का उपयोग करें।
- मूर्ति को जमीन पर या पूजा स्थान की अलमारी पर रखें, बहुत ऊँचे स्थान पर न रखें।
- हनुमान चालीसा या मंत्र का नियमित पाठ घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखता है।
Duastro फ्री कुंडली से ज्योतिषीय मार्गदर्शन
घर में हनुमान जी की मूर्ति लगाने से पहले आप अपने ग्रहों और राशि के अनुसार मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। Duastro फ्री कुंडली से आप जान सकते हैं:
- आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनका प्रभाव
- कौन सी दिशा आपके लिए विशेष रूप से शुभ है
- सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने और नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के उपाय
- घर और कार्यस्थल में खुशहाली बनाए रखने के उपाय
निष्कर्ष
हनुमान जी की मूर्ति का सही स्थान चुनना और नियमित पूजा करना न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है बल्कि जीवन में मानसिक शांति, साहस और सुरक्षा का अनुभव कराता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर और पूर्व दिशा में मूर्ति स्थापित करना सर्वोत्तम माना गया है। अपने ग्रह और राशि अनुसार विशेष मार्गदर्शन के लिए Duastro फ्री कुंडली से सहायता लें और अपने घर को एक सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र बनाएं।